Wednesday, April 20, 2016

Indian history g.s part 2

1. मौर्य साम्रज्य का शासनकाल 321 ई0 पू0 से 184 ई0 पू0 तक चला
2. मौर्य वंश का संस्थापक चन्द्रगुप्त मौर्य था
3. 322 ई0 पू0 में चन्द्रगुप्त मौर्य ने चाणक्य की सहायता से नन्द वंश के अंतिम शासक धनानंन्द की हत्या करके मौर्य साम्राज्य की स्थापना की
4. यूनानी साहित्य में चन्द्र्गुप्त मौर्य को सैंड्रोकोट्स कहा गया है
5. 305 ई0 पू0 में चन्द्रगुप्त का संघर्ष सिकंदर के सेनापति सेल्युकस निकोटर से हुई जिसमें चंद्रगुप्त की विजय हुई
6. चंद्रगुप्त के शासनकाल में मेगस्थनीज दरबार में आया और पाँच वर्षो तक पाटिलपुत्र रहा
7. मेगस्थनीज ने इन्डिका की रचना की जिसमें मौर्य साम्राज्य की दशा का वर्णन है
8. चंद्रगुप्त मौर्य ने सौराष्ट्र,मालवा,अवन्ति के साथ सुदूर साउथ भारत को मगध राज्य में मिलाया
9. चंद्रगुप्त ने बाद में जैन धर्म स्वीकार किया व भद्रबाहु से जैन धर्म को स्वीकार किया
10. चंद्रगुप्त मौर्य ने ई0 पू0 300 में अनशन व्रत करके कर्नाटक के श्रवणगोला में अपने शरीर का त्याग किया
11. 300 ई0 पू0 में बिंदुसार मगध की गद्दी पर बैठा
12. यूनानी इतिहासकारों ने बिंदुसार को अपनी रचनाओं में अमित्रोकेट्स की संज्ञा दी है जिसका अर्थ होता है शत्रु का विनाशक
13. वायु पुराण में बिंदुसार को भद्रसार तथा जैन ग्रंथों में सिंहसेन कहा गया है
14. बिंदुसार के शासन काल में तच्शिला में दो विद्रोह हुए पहले विद्रोह को उसके पुत्र सुसीम ने दबाया व दूसरे को अशोक ने दबाया
15. बिंदुसार की मृत्यु 273 ई0 पू0 हुई
16. बिंदुसार की मृत्यु के 4 वर्ष बाद ई0 पू0 269 में अशोक मगध की गद्दी पर बैठा
17. सिंहसनारुढ होते समय अशोक ने ‘देवनामप्रिय’ तथा प्रियदर्शी’ जैसी उपाधि धारण की
18. अशोक की माता का नाम सुभ्रद्रांगी था और वह चम्पा (अंग)की राजकुमारी थी
19. अशोक ने कश्मीर तथा खेतान पर अधिकार किया कश्मीर में अशोक ने श्रीनगर की स्थापना की
20. राज्यभिषेक के 8वें वर्ष 261ई0 पू0 में अशोक ने कलिंग पर आक्रमण किया
21. कलिंग के हाथी गुम्फा अभिलेख से ज्ञात होता है कि उस समय कलिंग पर नंदराज नाम का कोई राजा राज्य कर रहा था
22. कलिंग युध्द में व्यापक हिंसा के बाद अशोक ने बौध्द धर्म अपनाया
23. अशोक ने बौध्द धर्म का प्रचार-प्रसार किया उसने अपने पुत्र महेंद्र व पुत्री संघमित्रा को बौध्द धर्म के प्रचार के लिये श्रीलंका भेजा
24. अशोक ने 10 वें वर्ष में बोधगया व 20 वें वर्ष में लुम्बिनी की यात्रा की
25. अशोक ने ‘धम्म’ को नैतिकता से जोडा इसके प्रचार प्रसार के लिये उसने शिलालेखों को उत्कीर्ण कराया
26. अशोक के शिलालेख ब्राही,ग्रीक,अरमाइक तथा खरोष्ठी लिपि में उत्कीर्ण है तथा स्तम्भ लेख प्राकृत भाषा में है
27. सर्वप्रथम 1750 ई0 में टील पैंथर ने अशोक की लिपि का पता लगाया
28. 1837 ई0 मे जेम्स प्रिंसेप ने अशोक के अभिलेखों को पढने में सफलता प्राप्त की
29. अशोक के बाद कुणाल गद्दी पर बैठा वृहद्रथ अंतिम मौर्य शासक बना
30. पुष्यमित्र शुंग ने वृहद्रथ की हत्या करके शुंग वंश की नींव रखी
31. पुष्यमित्र शुंग ब्राह्मण था व उस ने भागवत धर्म की स्थापना की
32. पुष्यमित्र शुंग ने दो अश्वमेघ यज्ञ किये
33. शुंग वंश का अंतिम शासक देवभूति था जिसकी हत्या 73 ई0 पू0 में उसके ब्राह्मण मंत्री वासुदेव ने की थी
34. कण्व वंश की स्थापना वासुदेव ने 73 ई0 पू0 में की थी
35. इस वंश का शासन मात्र 45 वर्ष रहा जिसमें 4 शसकों ने राज्य किया
36. सातवाहन वंश की सिमुक ने की गौतमीपुत्र शतकर्णी इस वंश का शक्तिशाली शासक था
37. गौतमीपुत्र शतकर्णी ने कार्ले का चैत्य मंदिर ,अजंता-एलोरा की गुफओं व अमरावती कला का विकास कराया
38. सातवाहन वंश मातृसत्तामक था तथा उनकी भाषा प्राकृत व लिपि ब्राह्मी थी
39. सातवाहन शासकों ने सीसा,चाँदी,ताँबा व पोटीन के सिक्के चलाये
40. डेमेट्रियस-प्रथम ने ई0 पू0 183 में मौर्योत्तर काल में पहला यूनानी आक्रमण किया
41. भारत में सोने के सिक्के जारी करने वाला पहला शासक वंश हिंद यूनानी था
42. सबसे प्रसिध्द यवन शासक मिनांडर था जो बौध्द साहित्य में मिलिंद के नाम से प्रसिध्द है
43. शक वंश का सबसे प्रतापी शासक रुद्रामन था
44. विक्रमादित्य ने शकों पर जीत की स्मृति में 57 ई0 पू0 में विक्रम संवत चलाया
45. गोन्दोफर्निस पल्लवों का पहला शासक था इसके शासन काल में सेंट थॉमस ईसाई धर्म का प्रचार-प्रसार करने भारत आया
46. कुजुल कडफिसेस ने 15 ई0 में कुषाण वंश की स्थापना की उसका उत्तराधिकारी विम कडफिसेस था
47. कुषाण वंश का सबसे महत्वपूर्ण शासक कनिष्क था जो 78 ई0 मे गद्दी पर बैठा
48. कनिष्क ने पुरुषपुर को अपनी राजधानी बनाया तथा राज्यारोहण के वर्ष से शक संवत प्रारम्भ किया
49. चरक ‘चरक सहिंत’ के रचनाकार चरक को चिकित्साशस्त्र का जनक कहा जाता है इस ग्रंथ में रोग निवारण की औषिधियों का वर्णन मिलता है
50. गुप्त वंश के शासन का प्रारम्भ श्रीगुप्त द्वारा किया गया किंतु इस वंश का वास्तविक शासक चंद्र्गुप्त ही था
51. चंद्रगुप्त ने महाराजाधिराज की उपाधि ग्रहण की
52. चंद्र्गुप्त के बाद उसका पुत्र समुद्रगुप्त शासक बना जो कि एक उच्च कोटि का कवि था
53. चंद्र्गुप्त2 के शासन काल में चीनी यात्री फाह्रान भारत यात्रा पर आया
54. कुमारगुप्त के शासन काल में नालान्दा विश्वविद्यालय की स्थापना हुई इसे ऑक्सफोर्ड ऑफ महायान कहा जाता है
55. गुप्त युग में विभिन्न कलाओं मूर्तिकला, चित्रकला, वास्तुकला, संगीत, तथा नाट्य कला का अत्यधिक विकास हुआ

Indian history g.s part 2

1. मौर्य साम्रज्य का शासनकाल 321 ई0 पू0 से 184 ई0 पू0 तक चला
2. मौर्य वंश का संस्थापक चन्द्रगुप्त मौर्य था
3. 322 ई0 पू0 में चन्द्रगुप्त मौर्य ने चाणक्य की सहायता से नन्द वंश के अंतिम शासक धनानंन्द की हत्या करके मौर्य साम्राज्य की स्थापना की
4. यूनानी साहित्य में चन्द्र्गुप्त मौर्य को सैंड्रोकोट्स कहा गया है
5. 305 ई0 पू0 में चन्द्रगुप्त का संघर्ष सिकंदर के सेनापति सेल्युकस निकोटर से हुई जिसमें चंद्रगुप्त की विजय हुई
6. चंद्रगुप्त के शासनकाल में मेगस्थनीज दरबार में आया और पाँच वर्षो तक पाटिलपुत्र रहा
7. मेगस्थनीज ने इन्डिका की रचना की जिसमें मौर्य साम्राज्य की दशा का वर्णन है
8. चंद्रगुप्त मौर्य ने सौराष्ट्र,मालवा,अवन्ति के साथ सुदूर साउथ भारत को मगध राज्य में मिलाया
9. चंद्रगुप्त ने बाद में जैन धर्म स्वीकार किया व भद्रबाहु से जैन धर्म को स्वीकार किया
10. चंद्रगुप्त मौर्य ने ई0 पू0 300 में अनशन व्रत करके कर्नाटक के श्रवणगोला में अपने शरीर का त्याग किया
11. 300 ई0 पू0 में बिंदुसार मगध की गद्दी पर बैठा
12. यूनानी इतिहासकारों ने बिंदुसार को अपनी रचनाओं में अमित्रोकेट्स की संज्ञा दी है जिसका अर्थ होता है शत्रु का विनाशक
13. वायु पुराण में बिंदुसार को भद्रसार तथा जैन ग्रंथों में सिंहसेन कहा गया है
14. बिंदुसार के शासन काल में तच्शिला में दो विद्रोह हुए पहले विद्रोह को उसके पुत्र सुसीम ने दबाया व दूसरे को अशोक ने दबाया
15. बिंदुसार की मृत्यु 273 ई0 पू0 हुई
16. बिंदुसार की मृत्यु के 4 वर्ष बाद ई0 पू0 269 में अशोक मगध की गद्दी पर बैठा
17. सिंहसनारुढ होते समय अशोक ने ‘देवनामप्रिय’ तथा प्रियदर्शी’ जैसी उपाधि धारण की
18. अशोक की माता का नाम सुभ्रद्रांगी था और वह चम्पा (अंग)की राजकुमारी थी
19. अशोक ने कश्मीर तथा खेतान पर अधिकार किया कश्मीर में अशोक ने श्रीनगर की स्थापना की
20. राज्यभिषेक के 8वें वर्ष 261ई0 पू0 में अशोक ने कलिंग पर आक्रमण किया
21. कलिंग के हाथी गुम्फा अभिलेख से ज्ञात होता है कि उस समय कलिंग पर नंदराज नाम का कोई राजा राज्य कर रहा था
22. कलिंग युध्द में व्यापक हिंसा के बाद अशोक ने बौध्द धर्म अपनाया
23. अशोक ने बौध्द धर्म का प्रचार-प्रसार किया उसने अपने पुत्र महेंद्र व पुत्री संघमित्रा को बौध्द धर्म के प्रचार के लिये श्रीलंका भेजा
24. अशोक ने 10 वें वर्ष में बोधगया व 20 वें वर्ष में लुम्बिनी की यात्रा की
25. अशोक ने ‘धम्म’ को नैतिकता से जोडा इसके प्रचार प्रसार के लिये उसने शिलालेखों को उत्कीर्ण कराया
26. अशोक के शिलालेख ब्राही,ग्रीक,अरमाइक तथा खरोष्ठी लिपि में उत्कीर्ण है तथा स्तम्भ लेख प्राकृत भाषा में है
27. सर्वप्रथम 1750 ई0 में टील पैंथर ने अशोक की लिपि का पता लगाया
28. 1837 ई0 मे जेम्स प्रिंसेप ने अशोक के अभिलेखों को पढने में सफलता प्राप्त की
29. अशोक के बाद कुणाल गद्दी पर बैठा वृहद्रथ अंतिम मौर्य शासक बना
30. पुष्यमित्र शुंग ने वृहद्रथ की हत्या करके शुंग वंश की नींव रखी
31. पुष्यमित्र शुंग ब्राह्मण था व उस ने भागवत धर्म की स्थापना की
32. पुष्यमित्र शुंग ने दो अश्वमेघ यज्ञ किये
33. शुंग वंश का अंतिम शासक देवभूति था जिसकी हत्या 73 ई0 पू0 में उसके ब्राह्मण मंत्री वासुदेव ने की थी
34. कण्व वंश की स्थापना वासुदेव ने 73 ई0 पू0 में की थी
35. इस वंश का शासन मात्र 45 वर्ष रहा जिसमें 4 शसकों ने राज्य किया
36. सातवाहन वंश की सिमुक ने की गौतमीपुत्र शतकर्णी इस वंश का शक्तिशाली शासक था
37. गौतमीपुत्र शतकर्णी ने कार्ले का चैत्य मंदिर ,अजंता-एलोरा की गुफओं व अमरावती कला का विकास कराया
38. सातवाहन वंश मातृसत्तामक था तथा उनकी भाषा प्राकृत व लिपि ब्राह्मी थी
39. सातवाहन शासकों ने सीसा,चाँदी,ताँबा व पोटीन के सिक्के चलाये
40. डेमेट्रियस-प्रथम ने ई0 पू0 183 में मौर्योत्तर काल में पहला यूनानी आक्रमण किया
41. भारत में सोने के सिक्के जारी करने वाला पहला शासक वंश हिंद यूनानी था
42. सबसे प्रसिध्द यवन शासक मिनांडर था जो बौध्द साहित्य में मिलिंद के नाम से प्रसिध्द है
43. शक वंश का सबसे प्रतापी शासक रुद्रामन था
44. विक्रमादित्य ने शकों पर जीत की स्मृति में 57 ई0 पू0 में विक्रम संवत चलाया
45. गोन्दोफर्निस पल्लवों का पहला शासक था इसके शासन काल में सेंट थॉमस ईसाई धर्म का प्रचार-प्रसार करने भारत आया
46. कुजुल कडफिसेस ने 15 ई0 में कुषाण वंश की स्थापना की उसका उत्तराधिकारी विम कडफिसेस था
47. कुषाण वंश का सबसे महत्वपूर्ण शासक कनिष्क था जो 78 ई0 मे गद्दी पर बैठा
48. कनिष्क ने पुरुषपुर को अपनी राजधानी बनाया तथा राज्यारोहण के वर्ष से शक संवत प्रारम्भ किया
49. चरक ‘चरक सहिंत’ के रचनाकार चरक को चिकित्साशस्त्र का जनक कहा जाता है इस ग्रंथ में रोग निवारण की औषिधियों का वर्णन मिलता है
50. गुप्त वंश के शासन का प्रारम्भ श्रीगुप्त द्वारा किया गया किंतु इस वंश का वास्तविक शासक चंद्र्गुप्त ही था
51. चंद्रगुप्त ने महाराजाधिराज की उपाधि ग्रहण की
52. चंद्र्गुप्त के बाद उसका पुत्र समुद्रगुप्त शासक बना जो कि एक उच्च कोटि का कवि था
53. चंद्र्गुप्त2 के शासन काल में चीनी यात्री फाह्रान भारत यात्रा पर आया
54. कुमारगुप्त के शासन काल में नालान्दा विश्वविद्यालय की स्थापना हुई इसे ऑक्सफोर्ड ऑफ महायान कहा जाता है
55. गुप्त युग में विभिन्न कलाओं मूर्तिकला, चित्रकला, वास्तुकला, संगीत, तथा नाट्य कला का अत्यधिक विकास हुआ

Thursday, March 17, 2016

Think chat app

ये रहा लिंक... नये चैटिंग एप का जिसका नाम है.. Think chat
http://www.appsgeyser.com/2744360
लोड करके अपने परिवार और दोस्तों को भी  शेयर करें. यह एक बहुत ही अच्छी ऐप्लिकेशन है जो कि तेजी से बढ़ रही है
Happy holi to everyone

Wednesday, March 9, 2016

ICC World Twenty20 India 2016 Schedule | Time Table

ICC World Twenty20 India 2016 Schedule | Time Table
The International Cricket Council (ICC) announced the groups and schedule of the ICC World Twenty20 India 2016, which will be staged across eight venues in India from 8 March to 3 April.
8th March (Tuesday) - Zimbabwe vs Hong Kong (Nagpur) 3:00 PM
8th March (Tuesday) - Scotland vs Afghanistan (Nagpur) 7:30 PM
9th March (Wednesday) - Bangladesh vs Netherlands (Dharamsala) 3:00 PM
9th March (Wednesday) - Ireland vs Oman (Dharamsala) 7:30 PM
10th March (Thursday) - Scotland vs Zimbabwe (Nagpur) 3:00 PM
10th March (Thursday) - Hong Kong vs Afghanistan (Nagpur) 7:30 PM
11th March (Friday) - Netherlands vs Oman (Dharamsala) 3:00 PM
11th March (Friday) - Bangladesh vs Ireland (Dharamsala) 7:30 PM
12th March (Saturday) - Zimbabwe vs Afghanistan (Nagpur) 3:00 PM
12th March (Saturday) - Scotland vs Hong Kong (Nagpur) 7:30 PM
13th March (Sunday) - Netherlands vs Ireland (Dharamsala) 3:00 PM
13th March (Sunday) - Bangladesh vs Oman (Dharamsala) 7:30 PM
15th March (Tuesday) - New Zealand vs India (Nagpur) 7:30 PM
16th March (Wednesday) - West Indies vs England (Mumbai) 3:00 PM
16th March (Wednesday) - Pakistan vs Q1A (Kolkata) 7:30 PM
17th March (Thursday) - Sri Lanka vs Q1B (Kolkata) 7:30 PM
18th March (Friday) - Australia vs New Zealand (Dharamsala) 3:00 PM
18th March (Friday) - South Africa vs England (Mumbai) 7:30 PM
19th March (Saturday) - India vs Pakistan (Dharamsala) 7:30 PM
20th March (Sunday) - South Africa vs Q1B (Mumbai) 3:00 PM
20th March (Sunday) - Sri Lanka vs West Indies (Bengaluru) 7:30 PM
21st March (Monday) - Australia vs Q1A
(Bengaluru) 7:30 PM
22nd March (Tuesday) - New Zealand vs Pakistan (Mohali) 7:30 PM
23rd March (Wednesday) - England vs Q1B (New Delhi) 3:00 PM
23rd March (Wednesday) - India vs Q1A
(Bengaluru) 7:30 PM
25th March (Friday) - Pakistan vs Australia (Mohali) 3:00 PM
25th March (Friday) - South Africa vs West Indies (Nagpur) 7:30 PM
26th March (Saturday) - Q1A vs New Zealand (Kolkata) 3:00 PM
26th March (Saturday) - England vs Sri Lanka (New Delhi) 7:30 PM
27th March (Sunday) - India vs Australia
(Mohali) 3:00 PM
27th March (Sunday) - Q1B vs West Indies (Nagpur) 7:30 PM
28th March (Monday) - South Africa vs Sri Lanka (New Delhi) 7:30 PM
30th March (Wednesday) - Men’s semi-final (New Delhi) 7:30 PM
31st March (Thursday) - Men’s semi-final (Mumbai) 7:30 PM
3rd April (Sunday) - Final (Kolkata) 7:30 PM

Tuesday, March 1, 2016

Oscar 2016 : The Complete Winners List

Oscar 2016 : The Complete Winners List

These are the winners of the 88th annual Academy Awards–
Best Picture : 'Spotlight'
Direction : 'The Revenant,' Alejandro G. Iñárritu
Actor : Leonardo DiCaprio, 'The Revenant'
Actress : Brie Larson, 'Room'
Supporting Actor : Mark Rylance, 'Bridge of Spies'
Supporting Actress : Alicia Vikander, 'The Danish Girl'
Adapted Screenplay : 'The Big Short,' Charles Randolph and Adam McKay
Original Screenplay : 'Spotlight,' Josh Singer and Tom McCarthy
Cinematography : 'The Revenant,' Emmanuel Lubezki
Production Design : 'Mad Max: Fury Road,' Colin Gibson and Lisa Thompson (set decoration)
Film Editing : 'Mad Max: Fury Road,' Margaret Sixel
Visual Effects : 'Ex Machina,' Andrew Whitehurst, Paul Norris, Mark Ardington and Sara Bennett
Costume Design : 'Mad Max: Fury Road,' Jenny Beavan
Makeup : 'Mad Max: Fury Road,' Lesley Vanderwalt, Elka Wardega and Damian Martin
Sound Editing : 'Mad Max: Fury Road,' Mark Mangini and David White
Sound Mixing : 'Mad Max: Fury Road,' Chris Jenkins, Gregg Rudloff and Ben Osmo
Score : 'The Hateful Eight,' Ennio Morricone
Song : 'Writing’s on the Wall,' from 'Spectre,' Jimmy Napes and Sam Smith
Foreign Language Film : 'Son of Saul' (Hungary)
Animated Feature: 'Inside Out'
Documentary Feature : 'Amy'
Animated Short : 'Bear Story'
Documentary Short : 'A Girl in the River: The Price of Forgiveness'
Live Action Short : 'Stutterer'

Important facts of aam budget2016-17 . आम बजट 2016-17 के महत्वपूर्ण तथ्य

आम बजट 2016-17 के महत्वपूर्ण तथ्य

वित्त मंत्री अरुण जेटली ने लोकसभा 29 फरवरी को वित्त वर्ष 2016-17 का आम बजट पेश किया। इस बजट में आम लोगों के हित को ध्यान में रखते हुए कई महत्वपूर्ण घोषणाएं की हैं।
आम बजट 2016-17 की प्रमुख घोषणाएं और अहम बिंदु–
- व्यक्तिगत आयकर स्लैब में कोई बदलाव नहीं।
- एक करोड़ रुपये से ज्यादा आय पर सरचार्ज बढ़ा।
- मकान भत्ता 24 हजार से बढ़ाकर 60 हजार किया गया और पहली बार घर खरीदने पर ब्याज में छूट।
- देश में कालाधन रखने वालों के लिए कर-कानून अनुपालन के लिए चार माह का अवसर। उन पर लगेगा 45 प्रतिशत का कर और ब्याज।
- बैटरी वाली कारों को छोड़कर सभी तरह की कारें महंगी हुई।
- किराये के मकान में रहनेवालों को 24,000 रुपये सालाना के बजाय अब 60,000 रुपये की कर राहत। हाउस रेंट की छूट बढ़ाई गई।
- 5 लाख तक की आय पर टैक्स में तीन हजार का फायदा, छोटे कर दाताओं को बजट में बड़ी राहत।
- 50 लाख रुपये तक के घर पर 50000 हजार रुपये की अतिरिक्त छूट।
- 60 वर्गमीटर की हाउसिंग स्कीम पर सर्विस टैक्स नहीं लगेगा।
- भारत में पैदा हुए और भारत में तैयार खाद्य उत्पादों पर 100 प्रतिशत एफडीआई की मंजूरी।
- 2016-17 में अप्रत्यक्ष कर प्रस्तावों से 20,570 करोड़ रुपये अतिरिक्त प्राप्त होंगे। प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष कर प्रस्तावों से अगले वित्त वर्ष में 19,510 करोड़ रुपये निवल अतिरिक्त प्राप्ति का अनुमान।
- 5 लाख रपये से कम की आय वाले आयकरदाताओं को राहत। धारा 87 एक के तहत छूट की सीमा 2,000 रुपये से बढ़ाकर 5,000 रुपये की गई।
- आवास किराये पर कटौती की सीमा 20,000 रुपये से बढ़कर 60,000 रुपये हुई।
- पुराने कर मामलों पर एकबारगी विवाद निपटान योजना। जुर्माना, ब्याज नहीं लगेगा।
- राजस्व सचिव की अगुवाई वाली उच्चस्तरीय समिति पिछली तारीख से कर कानून का इस्तेमाल कर सामने आने वाली नई देनदारियों को देखेगी।
- नई विनिर्माण इकाइयों के लिए कारपोरेट कर की दर 25 प्रतिशत तय की गई।
- कोयला, लिग्नाइट और पीट पर स्वच्छ उर्जा उपकर 200 रुपये से बढ़ाकर 400 रुपये प्रति टन किया गया।
- पहला घर खरीदने वालों को 35 लाख रुपये तक के रिण पर 50,000 रुपये की अतिरिक्त कटौती मिलेगी। घर की कीमत 50 लाख रुपये से अधिक नहीं होनी चाहिए।
- 2017-18 तक राजकोषीय घाटा सकल घरेल उत्पाद के 3 प्रतिशत पर रखने का लक्ष्य।
- 2015-16 में राजकोषीय घाटे का लक्ष्य 3.9 प्रतिशत। 2016-17 में यह 3.5 प्रतिशत होगा।
- 2015-16 में चालू खाते का घाटा 14.4 अरब डालर या जीडीपी के 1.4 प्रतिशत पर।
- विदेशी मुद्रा भंडार 350 अरब डालर के अपने उच्चस्तर पर।
- मनरेगा के लिए अभी तक का सर्वाधिक 38,500 करोड़ रुपये का आवंटन।
- 1 मई, 2018 तक 100 प्रतिशत ग्रामीण विद्युतीकरण।
- सरकार नई कर्मचारियों के लिए पहले तीन साल का 8.33 प्रतिशत का ईपीएफ योगदान देगी।
- स्टैंड अप इंडिया के लिए 500 करोड़ रुपये का आवंटन।
- वर्ष 2016-17 का कुल बजट खर्च 19.78 लाख करोड़ रपये, जिसमें योजना व्यय 5.50 लाख करोड़ रुपये और गैर योजना व्यय 14.28 लाख करोड़ रुपये ।
- दो हजार किलोमीटर राज्य राजमार्गों को राष्ट्रीय राजमागों में बदला जाएगा।
- वर्ष 2016-17 में रेल और सड़क के लिए कुल आवंटन 2.18 लाख करोड़ रुपये।
- प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के तहत इस साल फरवरी ढाई करोड़ छोटे व्यवसायियों को एक लाख करोड़ रुपये का कर्ज दिया गया। अगले वित्त वर्ष में 1.80 लाख करोड़ रुपये के ऋण वितरण का लक्ष्य।
- पोस्ट ऑफिस में एटीएम सेवा शुरू होगी।
- वर्ष 2016-17 में रेल और सड़क के लिए कुल आवंटन 2.18 लाख करोड़ रुपये।
- प्रति परिवार एक लाख रुपये का बीमा कवर प्रदान करने के लिए एक नई स्वास्थ्य सुरक्षा योजना, 60 साल से उपर के लोगों को इस योजना में 30,000 रुपये का अतिरिक्त लाभ।
- शॉपिंग मॉल्स अब सप्ताह में सातों दिन खुलेंगे।
- उच्चस्तरीय दवाएं उपलब्ध कराने के लिए प्रधानमंत्री जन औषधि योजना के तहत 3,500 मेडिकर स्टोर खोले जाएंगे।
- 75 लाख लोगों ने एलपीजी सब्सिडी छोड़ी।
- फसल बीमा योजना के लिए सरकार 5,500 करोड़ रुपये का आवंटन करेगी।
- राष्ट्रीय डायलिसिस योजन के तहत देश के हर जिले में डायलिसिस मशीन लगाने को कुछ कलपुर्जे लगाने के लिए मूल सीमा शुल्क और उत्पाद शुल्क में छूट।
- 2016-17 में डेढ़ करोड़ गरीब परिवारों को रसोई गैस कनेक्शन के लिए 2,000 करोड़ रुपये का प्रावधान।
- कृषि क्षेत्र के लिए 35,984 करोड़ रुपये का आवंटन।
- कृषि विकास योजना के तहत तीन साल में पांच लाख एकड़ जमीन को जैविक खेती के तहत लाया जाएगा।
- दीनदयाल उपाध्याय ग्राम ज्योति योजना के लिए 8,500 करोड़ रुपये।
- वित्त वर्ष 2016-17 के लिए कृषि ऋण का लक्ष्य 9 लाख करोड़ रुपये।
- वैश्विक निर्यात में गिरावट के बावजूद 2015-16 में वृद्धि दर बढ़कर 7.6 प्रतिशत पर।

Monday, February 29, 2016

कांच तराशने वाली लड़की ने खड़ी की चालीस हज़ार करोड़ की कम्पनी Inspiring Rags to Riches Story in Hindi

कांच तराशने वाली लड़की ने खड़ी की चालीस हज़ार करोड़ की कम्पनी
Inspiring Rags to Riches Story in Hindi

कुछ कहानियां ऐसी होती हैं जिन पर हमको तब तक यकीन नहीं होता जब तक  हम उन्हें हकीकत में न देख लें। और आज हम आपके साथ एक ऐसी ही बेहद inspiring rags to riches story Hindi में शेयर कर रहे है जिसे अगर कोई बताता तो शायद आप यकीन नहीं करते लेकिन आज वो एक reality है।
ये कहानी है
Zhou Qunfei / झोऊ क़ुएन्फ़ेइ की। एक ऐसी लड़की जिसका जन्म चाइना के एक छोटे से गाँव में हुआ, जिसने बचपन से ही गरीबी देखी, जिसकी माँ उसे 5 वर्ष की छोटी अवस्था में दुनिया छोड़ कर चली गयी और जिसके पिता उसके जन्म से पहले ही अंधे हो गए हों… एक ऐसी लड़की जो कभी सिर्फ रोज का 1 डॉलर कमाती हो….आज वही लड़की दुनिया की सबसे अमीर self made women entrepreneur है, आज वही लड़की चाइना की सबसे अमीर महिला है और आज वही लड़की 6 billion dollar यानि चालीस हज़ार करोड़ रुपये की मालकिन है।
आजकल सभी स्मार्टफोन कम्पनियाँ मोबाइल फ़ोन की स्क्रीन पर स्क्रीन गॉर्ड का इस्तेमाल करती हैं। ये स्क्रीन गार्ड मोबाइल फ़ोन की स्क्रीन को स्क्रैच से बचाता है। इस ग्लास का आविष्कार Zhou की कम्पनी ने ही किया है। जिसके लिए उन्हें “Queen of Mobile Phone Glass” कहा जाता है। Zhou चीन की सबसे अमीर महिला हैं और ये मुकाम उन्होंने अकेले दम पर ही हासिल किया है।
लेकिन ये मुकाम इन्हे इतनी आसानी से नहीं मिला। इसके लिए इन्होने रात दिन कड़ी मेहनत की है और काफी मुश्किलों और विपरीत परिस्थितियों का सामना किया है।
आइये जानते है उनके इस मुश्किल भरे सफर की दास्ताँ-
प्रारम्भिक जीवन
जोऊ कुनफई का जन्म 1970 में चीन के हुनान राज्य के एक छोटे से गाँव में हुआ था। इनके जन्म से पहले ही एक दुर्घटना में इनके पिता की आँखों की रौशनी चली गयी। जब वो महज 5 वर्ष की थीं तभी उनकी माँ की मृत्यु हो गयी। अब वो एक बिन माँ तथा अंधे पिता की ऐसी बच्ची थी जो दुनिया की भीड़ में बिल्कुल अकेली थी। इनका बचपन बहुत अभावों में बीता। माँ का प्यार, हँसता खेलता बचपन , खेलना-कूदना बहुत छोटी सी उम्र में ही इनसे छिन गया। लेकिन उनके पिता ने उन्हें हौसला दिया और खुद छोटा-मोटा काम करके उन्हें पढ़ाया। झोऊ भी बचपन से ही परिवार को चलाने के लिए सूअर और बत्तखें पालने में मदद करती थीं।
झोऊ बताती हैं-
जिस गाँव में मैं पली-बढ़ी वहां लड़कियों के लिए अधिक पढने की choice नहीं थी। उनकी engagement या शादी हो जाती और फिर पूरी लाइफ वे उसी गाँव में बिता देतीं। लेकिन मैं कुछ और करने की ठानी, और मुझे उसका पछतावा नहीं है।
नौकरी की शुरुआत
किसी तरह Zhou ने अपनी प्राथमिक शिक्षा पूरी की। लेकिन 16 वर्ष उम्र में उन्हें पढ़ाई छोड़नी पड़ी। पेट भरने तथा अपने अंधे पिता का सहारा बनने लिए उन्होंने नौकरी करने का निर्णय लिया। लेकिन गाँव में कोई रोज़गार नहीं होने के कारण उन्हें गाँव छोड़ना पड़ा और नौकरी करने दक्षिणी शहर शेनज़ेन चली गयीं। शेनज़ेन में उन्हें एक घड़ियों के ग्लास बनाने वाली कंपनी में ग्लास तराशने का काम मिल गया। नौकरी के साथ साथ वे शेनज़ेन यूनिवर्सिटी से पार्ट टाइम कोर्स भी करती रहीं।
Zhou कहती हैं-
वहां काम करने की conditions बहुत बुरी थीं। मुझे सुबह 8 बजे से रात को 12 बजे तक काम करना पड़ता था और कभी-कभी 2 बजे तक भी…
यहाँ तीन महीने काम करने के बाद उन्होंने ने अपने resignation letter लिख कर factory chief को दिया।
उन्होंने अपने इस्तीफे में नौकरी छोड़ने के कारण को इतनी रचनात्मकता के साथ लिखा कि उसे पढ़कर मैनेजमेंट को लगा कि इस लड़की में कुछ खास बात है। और उन्होंने Zhou का इस्तीफ़ा नामंज़ूर करते हुए उन्हें नए विभाग में प्रोन्नत कर दिया। इसके बाद तीन साल तक वो वहीँ काम करती रहीं और बहुत कुछ सीखा।
अपनी कम्पनी की शुरुआत :
1993 में जब झोऊ बाईस साल की थीं तब उन्होंने अपनी खुद की कम्पनी स्टार्ट करने की सोची। उन्होंने थोड़ा-थोड़ा करके लगभग $3000 जमा कर लिए थे। इन पैसों और अपने कुछ साथियों के साथ मिलकर उन्होंने watch lenses बनाने का काम शुरू कर दिया।
नयी कम्पनी में झोऊ छोटे से छोटा और बड़े से बड़ा काम करने के लिए तैयार रहती थीं। वे खराब मशीनों को बनाने जैसे कठिन काम भी कर लेती थीं और आज जब उनकी कंपनी हज़ारों करोड़ की हो गयी है तो भी वो छोटे-छोटे काम करने से संकोच नहीं करतीं।
झोऊ अपने काम के प्रति दीवानी हैं, यही वजह है कि उनके ऑफिस और घर के बीच में बस एक दरवाजे का अंतर है। वे किसी भी समय, दिन हो या रात फैक्ट्री का काम देखने चली आती हैं और काम करने वाले कर्मचारियों को मोटिवेट करती हैं।
परिवार:
झोऊ ने दो शादियाँ कीं, पहली अपनी पुरानी फैक्ट्री के बॉस से, इस शादी से उन्हें एक बच्चा हुआ और बाद में तलाक़ हो गया। दूसरी शादी एक पुरानी दोस्त से जो फैक्ट्री में उनके साथ काम करता था, इस शादी से भी उन्हें एक बच्चा है और उनके पति Lens board member हैं।
कैसे बनीं अरबपति ?
झोऊ मोबाइल फोंस की वजह से अरबपति बनीं। 2003 में भी वे सिर्फ घड़ियों के लिए कांच बनाती थीं। एक दिन उन्हें Motorola के किसी executive से कॉल आई, “ क्या आप हमारे नए मोबाइल Razr V3 के लिए ग्लास स्क्रीन बनाने में मदद करेंगी?”
उस समय तक ज्यादातर mobile screen प्लास्टिक की बनी होती थीं। मोटोरोला एक ग्लास स्क्रीन चाहती थी जिसपे scratches कम पड़ें और इमेजेज भी सही दिखें।
झोऊ बताती हैं-
मेरे पास ये कॉल आई और कहा गया, ‘ आप हमें हाँ या ना में जवाब दीजिये अगर आप हाँ कहेंगी तो हम ये पूरा प्रोसेस सेटअप करने में मदद करेंगे।’, मैंने हाँ कर दी।
इस नए काम को करने के लिए झोऊ ने 2003 में एक नयी कम्पनी बनायी जिसका नाम रखा गया LENS Technology .
उनकी कम्पनी as per expectation ग्लास के ऊपर scratch-resistant coating बनाने में कामयाब हो गयी और इसका पेटेंट करा लिया। इसके बाद HTC, Nokia, और Samsung जैसी कम्पनियां भी उन्हें आर्डर देने लगीं। इसके बाद 2007 में Apple ने market में iPhone उतारा, जिसमे keyboard-enabled glass touch screen थी, इस डिवाइस ने पूरा खेल ही बदल दिया और सौभग्य से Apple ने झोऊ की कम्पनी Lens Technology को अपना supplier चुन लिया।
इसके बाद झोऊ ने अपनी निजी प्रॉपर्टी गिरवी रख के पैसे उठाये और डिमांड पूरी करने के लिए नयी-नयी फैक्ट्रियों का निर्माण किया। आज इस क्षेत्र में बहुत अधिक competition है और 100 से अधिक कम्पनियां ये काम कर रही हैं मगर फिर भी झोऊ की लीडरशिप में उनकी कम्पनी ने अपनी dominance बनायीं हुई है।
स्मार्टफोन के Screen Scratch Protected Glass (स्क्रैचरोधी ग्लास) बनाने के साथ साथ उनकी कंपनी लैपटॉप तथा कैमरों के लिए भी Touch panel, Cover Glass, Touch Panel Covers बनाती है।
झोऊ ने अकेले दम पर जो मुकाम हासिल किया उसके लिए उन्हें “Queen of Mobile Phone Glass” कहा जाने लगा।
आज Lens में 75000 से अधिक workers हैं और Changsa region की तीन manufacturing facilities में दिन-रात काम चलता रहता है। रोज बड़ी बारीकी और precision के साथ अमेरिका और जापान से import किये गए ग्लास को काटा, पोलिश किए और chemically teat किया जाता है।
झोऊ इस प्रक्रिया के हर एक स्टेप को बड़ी ही डिटेल में खुद design और choreograph करती हैं।झोऊ हर चीज को डिटेल में डिफाइन और डिजाईन करने की आदत अपने बचपन को देती हैं। वे कहती हैं-
मेरे पिता की दृष्टि चली गयी थी, इसलिए अगर हम कोई चीज कहीं रखते थे तो वो बिलकुल सही जगह होनी चाहिए थी ताकि कोई गड़बड़ ना हो, और यही attention मैं काम करने की जगह पर चाहती हूँ।
अपनी कम्पनी शुरू करने के बाईस साल बाद मार्च 2015 में Lens Technology ने अपना IPO launch किया और एक दस बिलियन डॉलर की कम्पनी बन गयी।
इतनी सफलता पाने के बावजूद झोऊ एक down to earth person हैं। एक अखबार को दिए इंटरव्यू में उन्होंने कहा –
मैं एक high-profile person बनने के लिए qualify नहीं करती, मुझे लगता है ये ज़रूरी है कि सफलता मिलने पर आप carried away न हो जाएं और बुरे वक़्त में आप बिलकुल निराश हो जाएं।
दोस्तों, इतनी विपरीत परिस्थितियों और मुश्किलों का सामना करते हुए अपनी मेहनत से चीन की सबसे अमीर महिला बनकर Zhou ने साबित कर दिखाया है कि अगर इंसान चाहे तो कितनी भी मुश्किल और विपरीत परिस्थितियां होने के बाद भी ज़िन्दगी में वो सबकुछ हासिल कर सकता है जिसके बारे में वो सोच सकता है। झोऊ की ये inspirational rags to riches story दुनिया भर के लोगों के लिए एक प्रेरणा है जो अपनी लाइफ में successful होना चाहते हैं।
मेहनत करिए, आगे बढिए, जोखिम उठाइए और अपने सपनो को साकार करिए!

Friday, February 26, 2016

Important Battles and Wars in India Battles and Wars in India

Important Battles and Wars in India
Battles and Wars in India
Battle of Hydaspes— In 326 B.C. when Alexander, the great had to turn back from Hydaspes (Beas) when his troops refused to march into India against the Nanda Empire.
Battle of Kalinga— It was fought in 361 B.C. between Ashoka, the great and the king of Kalinga. The war resulted in considerable loss of life and brought misery and suffering to the people. Its impression on Ashoka was so great that he not only turned a Buddhist, but renounced war and violence.
1st Battle of Tarain (1191 A.D.)— Prithvi Raj defeated Mohd. Gauri.
2nd Battle of Tarain (1192 A.D.)— Mohd. Gauri defeated Prithvi Raj and paved the way for Muslim rule in India.
First Battle of Panipat (1526)—
Babur defeated Ibrahim Lodi. This laid the foundation of Mughal rule in India.
Second Battle of Panipat (1556)— Akbar defeated Hemu. It ended the Afgan Rule and the way was cleared for Mughal rule.
Battle of Talikota (1565)— The united alliance of Bijapur, Bidar, Ahmednagar and Golkunda under Hussain Nizam Shah defeated Ram Raja of Vijaynagar. It sealed the fate of the Hindu Kingdom of Vijaynagar.
Battle of Haldighati (1576)— Akbar defeated Rana Pratap. The latter had to take refuge in remote fortresses.
Battle of Plassey (1757)—The British under Lord Clive defeated Sirajuddaulah. It laid foundation of the British Rule in India.
Third Battle of Panipat (1761)— Ahmed Shah Abdali defeated the Marahattas. The Marahatta power suffered an irreparable loss.
Battle of Buxer (1764)— The British under Sir Hector Munro defeated the Muslim army under three Mohammadan leaders : Mir Qasim, Shuja-ud-daulha and Shah Alam II. The battle made the British Supreme in India.
The First Sikh War (1845)—The Sikh Army crossed Sutlej in 1845 at which the East India Company declared war. British occupied Lahore and forced the Sikhs to accept humiliating terms of peace.
The Second Sikh War (1849)— A drawn battle was fought between the English and the Sikhs at Chelianwala in which the English appeared to have suffered heavy losses.
Indo-Pak War (1965)— An indecisive war between India and Pakistan. It led to ‘Taskent Pact’ between the two countries.
Indo-Pak War (1971)—Indian forces in joint command with Bangladesh Army accepted the surrender of the Pak Army in Bangladesh. War in the western sector came to an end as a result of cease-fire on Dec. 17. Bangladesh was liberated.
Kargil War (1999)— Indian forces scored grand victory over Pakistani army and Pak supported mercenaries in a conflict in the Kargil sector of Jammu & Kashmir. The operation was named ‘Operation Vijaya.’ The Indian forces cleared Kargil of all Pakistani elements.