Sunday, January 31, 2016

ऑस्ट्रेलिया पर 'क्लीन स्वीप' से भारत बना नंबर एक

ऑस्ट्रेलिया पर 'क्लीन स्वीप' से भारत बना नंबर एक
सिडनी। रोहित शर्मा और विराट कोहली के अर्धशतकों के बाद सुरेश रैना की ताबड़तोड़ पारी की मदद से भारत ने शेन वॉटसन ने नाबाद शतक को बेकार करते हुए तीसरे और अंतिम टी20
अंतरराष्ट्रीय मैच में ऑस्ट्रेलिया को सात विकेट से हराकर 3-0 से 'क्लीन स्वीप' किया और दुनिया की नंबर एक टीम भी बना। भारत इस श्रृंखला से पहले आठवें स्थान पर था। टीम इंडिया इसके अलावा टेस्ट क्रिकेट में नंबर एक और वनडे में नंबर दो टीम है।
ऑस्ट्रेलिया के 198 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए भारत ने रोहित (52) और विराट कोहली (50) के अर्धशतकों के अलावा रैना की 25 गेंद में नाबाद 49 रन की पारी से अंतिम गेंद पर तीन विकेट पर 200 रन बनाकर टी20 क्रिकेट में लक्ष्य का पीछा करते हुए अपनी तीसरी सबसे बड़ी जीत दर्ज की। विराट कोहली को मैन ऑफ द सीरीज और वॉटसन को मैन ऑफ द मैच घोषित किया गया।
रैना ने छह चौके और एक छक्का जड़ा। इसके साथ ही भारत ने ऑस्ट्रेलियाई सरजमीं पर पहली बार द्विपक्षीय श्रृंखला जीती और उसमें क्लीनस्वीप भी किया। रैना ने युवराज सिंह (12 गेंद में नाबाद 15) के साथ चौथे विकेट के लिए 5.1 ओवर में 53 रन की अटूट साझेदारी की।
भारत को अंतिम दो ओवर में जीत के लिए 22 रन की दरकार थी लेकिन वॉटसन (एक विकेट पर 30 रन) ने 19वें ओवर में सिर्फ पांच रन दिए, जिसके बाद अंतिम ओवर एंड्रयू टाई (बिना विकेट के 51 रन) करने आए, जिसमें भारत को 17 रन चाहिए थे। युवराज ने उनकी पहली दो गेंदों पर चौका और छक्का जड़ा। तीसरी गेंद पर बाय का एक रन लेने के बाद रैना ने अगली दो गेंदों पर दो-दो रन बनाए और फिर अंतिम गेंद पर चौके के साथ भारत को जीत दिलाई।
लक्ष्य का पीछा करने उतरे भारत के लिए
शिखर धवन (26) और रोहित (52) ने पहले विकेट के लिए 3.2 ओवर में तेजी से 46 रन जोड़े। रोहित ने शान टैट पर चौका जड़कर खाता खोला और फिर स्काट बोलैंड पर भी चौका जड़ा। धवन ने भी टैट की लगातार गेंदों पर दो चौके और एक छक्का मारा। इस ओवर में 24 रन बने। धवन ने वॉटसन की पहली गेंद पर भी चौका जड़ा लेकिन अगली गेंद पर विकेटकीपर कैमरन बेनक्राफ्ट को कैच दे बैठे।
रोहित और कोहली ने इसके बाद ऑस्ट्रेलिया के गेंदबाजों की अनुभवहीनता का पूरा फायदा उठाया। कोहली ने एंड्रयू टाई पर छक्का जड़ा। भारत ने पावर प्ले में एक विकेट पर 74 रन बनाए। रोहित ने भी बोलैंड और वॉटसन पर चौके मारे। दोनों ने 10वें ओवर में टीम का स्कोर 100 रन के पार पहुंचाया।
रोहित ने ग्लेन मैक्सवेल पर छक्का जड़ा और फिर बोलैंड पर चौका और एक रन के साथ 35 गेंद में नौवां अर्धशतक पूरा किया। वह हालांकि इसके बाद स्पिनर कैमरन बायस की गेंद पर वॉटसन को कैच दे बैठे। उन्होंने 38 गेंद का सामना करते हुए पांच चौके और एक छक्का मारा। इस पारी के दौरान रोहित, कोहली और सुरेश रैना के बाद टी20 अंतरराष्ट्रीय मैचों में 1000 रन पूरे करने वाले तीसरे भारतीय बल्लेबाज बने।
इससे पहले वॉटसन ने जीवनदान का फायदा उठाकर अपने करियर की सर्वश्रेष्ठ पारी खेलते हुए 71 गेंद में छह छक्कों और 10 चौकों की मदद से नाबाद 124 रन बनाए जो टी20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में दूसरा सर्वोच्च व्यक्तिगत स्कोर है। उनकी इस पारी की बदौलत ऑस्ट्रेलिया ने पांच विकेट पर 197 रन बनाए। उन्होंने शान मार्श (9) के साथ दूसरे विकेट के लिए 53 और ट्रेविस हेड (26) के साथ चौथे विकेट के लिए 93 रन की साझेदारी की।
वॉटसन टी20 अंतरराष्ट्रीय में शतक जड़ने वाले दुनिया के 15वें और ऑस्ट्रेलिया के दूसरे बल्लेबाज हैं। टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच में उनसे अधिक रन ऑस्ट्रेलिया के नियमित टी20 कप्तान आरोन फिंच (156) ने ही बनाए हैं, जो चोटिल होने के कारण इस मैच में नहीं खेल पाए।
वॉटसन पहले बल्लेबाज हैं, जिन्होंने भारत के खिलाफ टी20 में शतक जड़ा। इससे पहले भारत के खिलाफ सर्वाधिक व्यक्तिगत पारी वेस्टइंडीज के क्रिस गेल के नाम थी, जिन्होंने मई 2010 में ब्रिजटाउन में 98 रन बनाए थे। वॉटसन की तूफानी पारी की बदौलत ऑस्ट्रेलिया ने अंतिम 10 ओवर में 117 रन जुटाए।
कार्यवाहक वॉटसन ने टास जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया और टीम को तेज शुरुआत दिलाई। इस मैच के लिए टीम में शामिल किए गए उस्मान ख्वाजा (14) ने जसप्रीत बुमराह का स्वागत दो चौकों के साथ किया, लेकिन अगले ओवर में आशीष नेहरा की गेंद पर विकेटकीपर महेंद्र सिंह धोनी को कैच दे बैठे।
छठी गेंद पर खाता खोलने वाले वॉटसन ने इसके बाद मोर्चा संभाला। उन्होंने शान मार्श के साथ दूसरे विकेट के लिए तेजी से रन जोड़े। वॉटसन ने नेहरा पर मिडविकेट के ऊपर से छक्का जड़ने के बाद बुमराह पर लगातार दो चौके मारे। उन्होंने नेहरा के अगले ओवर में भी लगातार दो चौके मारे। ऑस्ट्रेलिया ने पावर प्ले के छह ओवर में एक विकेट पर 57 रन बनाए।non veg jokes hindi
शान मार्श (9) ने ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन पर चौका जड़ा, लेकिन इसके बाद उनकी सीधी गेंद को चूककर बोल्ड हो गए। ग्लेन मैक्सवेल (3) भी युवराज सिंह की पहली गेंद को सीधे एक्सट्रा कवर पर सुरेश रैना के हाथों में खेल गए जिससे ऑस्ट्रेलिया का स्कोर तीन विकेट पर 75 रन हो गया। वॉटसन ने हार्दिक पांड्या पर चौके के साथ 37 गेंद में अपना 11वां अर्धशतक पूरा किया।
ट्रेविस हेड ने भी युवराज की लगातार गेंदों पर छक्का और चौका जड़कर 12वें ओवर में टीम का स्कोर 100 रन के पार पहुंचाया। विराट कोहली ने हार्दिक पांड्या की गेंद पर वॉटसन को 56 रन के निजी स्कोर पर डीप कवर में जीवनदान दिया, जिसका फायदा उठाते हुए उन्होंने इस तेज गेंदबाज पर दो चौके मारे।
धोनी भी 72 और 122 रन के निजी स्कोर पर वॉटसन को रन आउट करने से चूक गए। वॉटसन ने 17वें ओवर में जडेजा पर दो छक्के और एक चौके की मदद से 19 रन जुटाए और इस दौरान 60 गेंद में शतक पूरा किया। जडेजा ने इसी ओवर में हेड को बोल्ड किया। वॉटसन ने 19वें ओवर में नेहरा पर लांग ऑन पर पारी का अपना छठा छक्का जड़ा।
भारत के सभी गेंदबाज काफी महंगे साबित हुए। बुमराह ने 43 जबकि जडेजा ने 41 रन लुटाए। दोनों ने एक-एक विकेट हासिल किया। आशीष नेहरा, रविचंद्रन अश्विन और युवराज सिंह को भी एक-एक विकेट मिला।

No comments:

Post a Comment